पत्रकार मनीष कश्यप का जीवन परिचय | Manish Kashyap Biography in Hindi

Manish Kashyap Biography in Hindi

मनीष कश्यप का जीवन परिचय [आयु, जन्म, परिवार, संपत्ति, पेशा, ताजा ख़बर, शिक्षा, फिल्म, कैरियर] Manish Kashyap Biography in Hindi [caste, age, date of birth, education, career, profession, family, property, latest news, social media]

आज इस लेख के माध्यम से हम आपको पत्रकार मनीष कश्यप का जीवन परिचय का जीवन परिचय बताने वाले है, हम आपको बिहार एक ऐसे चर्चित चेहरे, जिनको लोग उनके अच्छे व्यक्तित्व और ईमानदारी से भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार आवाज उठाने के चलते ‘Son of Bihar’ के नाम से जानने लगे हैं।

सन ऑफ बिहार के नाम से प्रसिद्ध पत्रकार मनीष कश्यप के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा, इनकी निडर और ईमानदार पत्रकारिता के कारण आज पूरे देश में Manish Kashyap अपना लोहा मना चुके है। मनीष कश्यप बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। 

ये अपने सच तक न्यूज़ चैनल के माध्यम से बिहार की अर्थव्यवस्था तथा प्रशासनिक सेवाओं में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ डटकर कमियां तथा इनके अंदर हो रही धांधली के बारे में लोगों को बताते हैं। इनकी पत्रकारिता का अंदाज लाखों लोगों को पसंद आता है।

इनकी वीडियो को लोग लाखों में देखते हैं तथा कमेंट में भ्रष्ट शासन के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए बताते रहते हैं आज इस इमानदार पुरुष को के बारे में हर एक जानकारी बताएँगे इस लिए पोस्ट पर अंत तक बने रहे। 

मनीष कश्यप का जीवन परिचय – Kashyap Biography in Hindi

पूरा नामत्रिपुरारी कुमार तिवारी
निक नेम मनीष कश्यप
जन्म तिथि 9 मार्च 1991
जन्म स्थानडुमरी महनवा, पश्चिमी चंपारण (बिहार)
उम्र34 साल
व्यवसायसिविल इंजीनियर और न्यूज रिपोर्टर
धर्महिन्दू
जातिब्राह्मण
हाइट5 फिट 8 इंच
न्यूज चैनल नामSach Tak News
पॉपुलर होने का कारणनिडर पत्रकारिता
राष्ट्रियताभारतीय

Manish Kashyap Social Media Account

Social Media NameUser ID
InstagramErmanishkasyap
FaceBookManish Kasyap- Son Of Bihar
YouTubeSACH TAK NEWS
Websitehttps://sachtaknews.com/

मनीष कश्यप का जन्म

मनीष कश्यप का जन्म 9 मार्च 1991 बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बहुत ही छोटे से गांव डुमरी महनवा में हुआ। Manish Kashyap के पिता का नाम उदित कुमार तिवारी है जो भारतीय सेना में कार्यरत है इनके एक भाई निजी कंपनी में काम करते है। मनीष कश्यप विवाहित नहीं है क्योकि ये बताते है की मुझ जैसे क्रांतिकारी को कौन अपनी बेटी देगा।

वर्तमान समय में यह बिहार में रहकर ही पत्रकारिता का काम कर रहे हैं कई बार यह देश के अलग-अलग राज्य में जाकर भी पत्रकारिता करते हैं

पिता का नाम उदित कुमार तिवारी
माता का नाम जल्दी अपडेट करेंगे
पत्नी का नामअविवाहित
भाई का नामअभी उपलब्ध नहीं है

मनीष कश्यप का शिक्षा

मनीष कश्यप बचपन से ही पढ़ाई में काफी रूचि लेते थे यह अपनी स्कूल में होनहार बच्चों की गिनती में आते थे मनीष कश्यप ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव से ही 2007 में पूरी की तथा 12वीं की पढ़ाई 2009 में पूरी करने के बाद महाराष्ट्र आ गए, यहाँ पर सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे से सिविल इंजीनियर की डिग्री 2016 में प्राप्त की थी।

इंजीनियर की डिग्री प्राप्त करने के बाद Manish Kashyap ने कहीं पर भी नौकरी करने की बजाय वापस अपने राज्य बिहार लौट आए और पत्रकारिता को अपना पेशा बनाया। देश में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज को सच तक न्यूज़ के द्वारा बुलंद किया।

स्कूली शिक्षाप्राथमिक शिक्षा डुमरी महनवा से
कॉलेज शिक्षासावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे
डिग्रीसिविल इंजीनियर

मनीष कश्यप कैरियर

जैसा कि मनीष कश्यप को देखकर ऐसा लगता हैं कि ये बंदा सच्चाई और अच्छाई का बहुत ही बड़ा और मजबूत स्तम्भ हैं जिसे सिर्फ हिलाने के लिए बड़े – बड़ो का पसीना छूट जायेगा खैर इस स्तम्भ को तोड़ने की बात बहुत दूर की हैं। इनका पत्रकारिता करने का तरीका नेक्स्ट लेवल का हैं।

अगर सच तक की तरह सच बोले तो आज के समय में लगभग सभी न्यूज़ एंकर नेताओं का चाटुकार हैं। आज के समय में कोई नहीं हैं सच तक यानि कि मनीष कश्यप की तरह बिल्कुल खुल कर पत्रकारिता करने वाला एक ऐसा न्यूज़ एंकर था जिसका मात्र आवाज सुन कर पाकिस्तान तक का पतलून गीला हो जाता था , लेकिन महारष्ट्र सरकार ने इनकी इस तरह से पतलून गीली की, इस तरह खैरियत पूछी कि ये बब्बर शेर से भींगी हुई बिल्ली बन गए।

खैर आपलोग समझदार हैं, समझ गए होंगे इस देश को मनीष कश्यप की तरह पत्रकारों की जरूरत हैं, जो नेताओं का चाटुकार न बने ओ इस देश के लिए काम करे, ओ इस देश के जनता के लिए काम करे , ओ केवल सच्चाई और अच्छाई के लिए ही काम करे। इसको कहते हैं पत्रकारिता, और ये सभी खुबिया मनीष कश्यप में हैं।

दोस्तों, बहुत सारे लोग मनीष जी के निडर और ईमानदार होने के चलते इनकी तुलना पटना के बेस्ट शिक्षक खान सर से करने लगे हैं। लोग कह रहे हैं कि न्यूज़ में मनीष कश्यप और एजुकेशन में खान सर की कोई सानी नहीं है।

मनीष कश्यप ने पत्रकारिता के अलावा 2020 में बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत चमकाने के लिए चुनावी मैदान में उतरे। उन्होंने चनपटिया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया।

इनके चुनाव में उतरने को लेकर कुछ विवाद भी हुआ था। लेकिन मनीष जी ने इन सब बातों पर ध्यान न देते हुए जनता के भलाई के लिए चुनावी समर में मजबूती से कदम रखा।

चुनाव के समय दाखिल हलफनामे में इन्होंने बताया था कि इनके खिलाफ Y कैटेगरी के 6 आपराधिक मामले दर्ज है। इनका चुनावी घोषणा पत्र पूरे बिहार में सबसे अधिक चर्चा का कारण बना था। इन्होंने अपने घोषणापत्र में कोर्ट से एफिडेविट कराकर शपथ पत्र जारी किया था।

इस शपथ पत्र में लिखा था कि मेरे द्वारा किये गए वादे अगर पूरा करने में असफल रहा तो जनता मुझपर मुकदमा कर सकती है। लेकिन इतने ईमानदार छवि होने के बावजूद इनको चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।

मनीष कश्यप और खान सर का संबंध

मनीष जी भी खान सर के बारे में कहते हैं कि- मैं भले ही खान नहीं हूँ, लेकिन मैं इस खान की बहुत इज्जत करता हूँ। ये सच भी है कि ये दोनों अपने-अपने क्षेत्र के महारथी है।

मनीष कश्यप (सच तक न्यूज) नेट वर्थ

मनीष कश्यप ने विधानसभा चुनाव 2020 में दिए जानकारी के अनुसार इनके पास चल सम्पति 15 लाख 40 हजार, अचल संपत्ति 20 लाख की है तथा कुल आय 4 लाख 20 हजार रुपये हैं।

मनीष कश्यप के साथ विवाद

अक्सर जो लोग ईमानदारी के साथ कोई काम करते हैं, लोगों का मदद करते हैं उनका नाम किसी न किसी विवाद से जरूर जोड़ दिया जाता है।

इनके साथ भी ऐसा ही होता है। निडर होकर सरकार और उनके प्रशासन का सच बताने के लिए लोग उन पर दबंगई और जबरदस्ती करने का आरोप लगाते हैं। कई लोग कहते हैं कि वे कैमरा के आड़ में अधिकारियों से बदतमीजी करते हैं।

हाल ही में SMA Type 1 नामक विशेष बीमारी से पीड़ित बिहार के पटना के एक छोटे से बच्चे आयांश के लिए अपने न्यूज़ चैनल के माध्यम से लोगों को सहायता करने के लिए प्रेरित करने के लिए लोग उनपर तरह-तरह इल्जाम लगा रहे हैं।

दरअसल में इस बीमारी के लिए 16 करोड़ रुपये का का एक इंजेक्शन लगता है। लेकिन आयांश के माता-पिता के पास आयांश के इलाज के लिए इतने पैसे नहीं है। जिसके कारण वे लोगों से मदद करने की अपील कर रहे हैं।

यहीं बात मनीष जी ने अपने न्यूज़ के माध्यम से लोगों को कहीं जिसके बाद लोग उनको आयांश के नाम पैसा ठगी करने का आरोप लगा रहे हैं। जिसके बाद मनीष जी ने सबके सामने आकर इन आरोपों को निराधार बताया और कहा कि जो लोग किसी का मदद नहीं कर सकते हैं वहीं लोग इस तरह के बेबुनियाद आरोप किसी पर लगाते हैं।

मनीष कश्यप की बात

वैचारिक मतभेद हैं उनके धुर दक्षिणपंथी विचारधारा से मैं सहमत न हूँ , लेकिन बिहार जैसे राज्य में सीना तान के सिस्टम से सवाल करने के उनके अंदाज का कायल मैं भी हूं मुझे मनीष कश्यप या फिर किसी को भी कोख में या जाति चुनने का अधिकार किसी को नहीं मिला था , कोई भी जाति या धर्म चुनकर जन्म नहीं लेता हैं। किसी खास जातियों या धर्म से होना ही किसी का गुनाहों नहीं हो जाता हैं।

आज एक राजपूतों माता और यादव पिता के निर्दोष मासूम पुत्र आयांश के मदद करने के आवज में कुछ जातिवादी कीड़े मनीष कश्यप को उनके माता-पिता को और उनकी जाति को गालियां दे रहा हैं। मनीष कश्यप चंपारण के एक बाढ़ प्रभावित गांव महानवा के रहने वाले हैं मनीष के दादा जी भारत-चीन युद्ध में भाग लेने वाले फौजी थे , मनीष के पिता जी भी फौज में हैं।

मनीष जब भ्रस्ट सिस्टम से लड़ते हैं तो वो किसी एक जाति विशेष के लिए न होता हैं वो बिहार के आम आवाम के लिए होता हैं। मनीष आज बिहार के बेसहारा मजलूमों का आवाज बन चुके हैं। मैन स्ट्रीम मीडिया के कैमरा का चमक और नेता जी का फार्च्यूनर जहां तक नहीं पहुंच पाता हैं उनलोगों का आवाज और सहारा हैं मनीष।

मैंने भी सुना है (चुना नहीं है) की मैं भूमिहार हूं और मनीष भी उसी भूमिहार समुदाय से आते हैं , आज चंद जातिवादी कीड़े मनीष को भूमिहार होने के वजह से गालियां दे रहे हैं , उनलोगों से मैं निवेदनपूर्वक कहना चाहता हूं कि मनीष का वैचारिक विरोध कीजिये कोई समस्या नहीं हैं लेकिन अगर आप मनीष का भूमिहार होने के वजह से विरोध करेंगे।

तो उनलोगों से डंके की चोट पे मैं और मेरा समाज कह देना चाहता हैं कि जब तक आप हमारे जाति – धर्म के अस्मिता का सम्मान करेंगे तभी तक आप सम्मान के हकदार बने रहेंगे यदि आपने हमारी निजता में हस्तक्षेप किया तो ये समाज आपको करारा जवाब देगा चाहे आप कोई भी हो।

मैं जातिवादी नहीं हूं लेकिन जाति इस देश का सच्चाई हैं इसे कोई नकार नहीं सकता , जाति व्यवस्था दरकने के बजाय सिस्टम के भी दोष के कारण मजबूत ही होते जा रहा हैं , अगर कभी जाति व्यवस्था के टूटने का आसार दिखा तो आप हमें जाति तोड़ने वालों के अगली पंक्ति में पाएंगे लेकिन जब तक जाति व्यवस्था हैं तब तक सबको एक दूसरे की जातिय अस्मिता का सम्मान करना चाहिए।

मनीष से वैचारिक सवाल कीजिये वैचारिक विरोध कीजिये लेकिन अगर आप मनीष का भूमिहार होने के वजह से विरोध कीजियेगा , उनकी माँ बहन को गालियां दीजियेगा तो फिर हम समझेंगे की आप मनीष के ही नहीं बल्कि हम सभी के माँ बहन को गालियां दे रहे हैं और फिर करारा जवाब मिलेगा आपको मनीष आपके हमारे हम सबके लिए भ्रस्ट सिस्टम से लड़ रहे हैं।

उनको लड़ने दीजिये तभी एक सुंदर बिहार का निर्माण होगा , अपने कुंठित झूठे जातिवादी दम्भ गुमान के कारण मनीष को जाति के दलदल में मत घसिटिये।
जय हिंद
जय बिहार

FAQ

Q : मनीष कश्यप मोबाइल नंबर क्या है?

Ans. पत्रकार मनीष कश्यप का मोबाइल नंबर 9709920218 हैं

Q : मनीष कश्यप का घर कहां है?

Ans: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बहुत ही छोटे से गांव डुमरी महनवा के रहने वाले हैं।

Q : मनीष कश्यप को कितना वोट मिला?

Ans : इस विधानसभा चुनाव  में तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें कुल 9239 वोट मिला

Q : मनीष कश्यप फेसबुक पेज का नाम

Q : मनीष कश्यप किस जात के है?

Ans : ब्राह्मण 

Q : मनीष कश्यप जेल क्यों गए है?

Ans : यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलाफ तमिलनाडु में मजदूरों के साथ मारपीट का फेक वीडियो (Fake Video) दिखाने को लेकर बिहार के इकोनामिक आफेंस यूनिट (EOU) ने मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।

Q : मनीष कश्यप अभी कहां है?

Ans : तमिलनाडु के मदुरई जेल में

Q : मनीष कश्यप का असली नाम क्या है?

Ans : त्रिपुरारी कुमार तिवारी

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