Maa Shayari in Hindi : आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कुछ माँ पर शायरी लिखा है जो आपको बहुत पसंद आएगा। हमारे द्वारा लिखी गई शायरी में मां से जुडी छोटी-बड़ी दुःख-ख़ुशी बताने की कोशिस की है जैसे- माँ की तारीफ में शायरी, माँ की पर दुःखभरी शायरी जैसे और भी महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए इस लेख में माँ पर शायरी लिखी गयी है।
संसार में जिसका भी आगमन होता है माँ के बदौलत ही होता है और जब भी धरती पर किसी का जन्म होता है तो सबसे पहले उसके मुहं से माँ शब्द ही निकलता है। यह भाषा हमें कोई सिखलाता नहीं है बल्कि माँ के गर्व से ही सिखकर जन्म लेते है। आज के समय में लोग पैसे की पीछे भाग रहे है लेकिन सायद उनको पता नहीं है की माँ से बड़ी इस दुनिया में कोई धन नहीं है।
हर साल माँ के याद में 10 मई को मदर डे (Mother’s Day) मनाया जाता है। इसलिए हम भी काफी अच्छे माँ पर शायरी इस पोस्ट में आपको देंगे ताकि आप उसे अपने Facebook, Whatsapp, Instagram आदि सोशल मिडिया नेटवर्क पर Mother’s Day 10th May को स्टेट्स लगा लें।

Maa Love Shayari in Hindi
(1)
रूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिए,
चोट लगती है हमें और दर्द मां को होता है।
(2)
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता,
शायद अब घर से कोई मां के पैर छूकर नहीं निकलता।
(3)
मुसीबतों ने मुझे काले बादल की तरह घेर लिया,
जब कोई राह नजर नहीं आई तो मां याद आई।
(4)
हर घड़ी दौलत कमाने में इस तरह मशरूफ रहा मैं,
पास बैठी अनमोल मां को भूल गया मैं।
(5)
मां तुम्हारे पास आता हूं तो सांसें भीग जाती है,
मोहब्बत इतनी मिलती है की आंखें भीग जाती है।
(6)
माँ की बूढी आंखों को अब कुछ दिखाई नहीं देता,
लेकिन वर्षों बाद भी आंखों में लिखा हर एक अरमान पढ़ लिया।
(7)
मां वो सितारा है जिसकी गोद में जाने के लिए हर कोई तरसता है,
जो मां को नहीं पूछते वो जिंदगी भर जन्नत को तरसता है।

(8)
जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,
मैं खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ।
(9)
मुझे माफ़ कर मेरे या खुदा झुक कर करू,
तेरा सजदा तुझसे भी पहले माँ मेरे लिए ना कर कभी मुझे माँ से जुदा!
(10)
चलती फिरती आंखों से अजां देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी लेकिन मां देखी है।
Mother Special Shayari in Hindi
(11)
500rs मांगो तो 400rs देती है,
1 रोटी बोलो तो 2 रोटी देती है,
इधर आप बिल्कुल नहीं मारूंगी कहकर कुछ देती है बताओ वह कौन है?
(12)
मैंने कभी भगवान को नहीं देखा है,
लेकिन मुझे इतना यकीन हे की,
वो भी मेरी माँ की तरह होगा!
(13)
शौक Nahi हैं Mujhe मशहुर होने का पर Kiya करु,
लोग #Personality देखते ही पहचान जाते है कि ये Koi,
बिगड़ा हुआ #Shehzaada हैं.
(14)
हजारों गम हो फिर भी मैं खुशी से फूल जाता हूं,
जब हस्ती है मेरी मां मैं हर गम भूल जाता हूं!
(15)
हालातों के आगे जब साथ ना जुदा होती है,
पहचान लेती है ख़ामोशी में हर दर्द वह सिर्फ मां होती है!
(16)
वाह प्रभु क्या तेरी लीला है,
बचपन में लड़ते थे.. मां मेरी है मां मेरी है,
और आज किसी बड़े को लड़ते देखा ना तेरी है मां तेरी है!

(17)
तुम क्या सिखाओगे मुझे प्यार करने का सलीका,
मैंने माँ के एक हाथ से थप्पड़ तो दुसरे हाथ से रोटी खायी है.
(18)
हर रिश्ते में मिलावट देखी,
कच्चे रंगो की सजावट देखी,
लेकिन सालों साल देखा है मां को उसके चेहरे पर ना कभी थकावट देखी,
ना ममता में कभी मिलावट देखें!
(19)
मां भले ही पढ़ी-लिखी हो या नहीं,
पर संसार का दुर्लभ व महत्वपूर्ण ज्ञान हमें मां से ही प्राप्त होता है…
(20)
एक हस्ती है जो जान है मेरी,
जो जान से भी बढ़ कर शान हे मेरी,
रब हुक्म दे तो कर दू सजदा उसे,
क्यूँ की वो कोई और नही माँ है मेरी
Mother Shayari in Hindi
(21)
कैसे भुला दू मैं अपने पहले प्यार को कैसे तोड़ दू उस की ऐतबार को,
सारा जीवन उस की चरणों मे अर्पण कर दू छोड़ दू माँ की खातिर इस संसार को ।।
(22)
गम हो दुःख हो या खुशिया माँ जीवन की हर किस्से मे साथ देती है,
खुद सो जाती है भूखी,
और बच्चो मे रोटी अपने हिस्से की बाँट देती है।
(23)
जब भी मेरे होंटो पर झूटी मुस्कान होती है,
माँ को न जाने कैसे छिपे हुए दर्द की पहचान होती है,
सर पर हाथ फेर कर दूर कर देती है,
परेशानिया माँ के भावनाओ मे बहुत जान होती है ।।
(24)
क्यों भूल जाते है हम उस माँ को वक़्त के साथ साथ नहीं रहता हमको उनका कोई ख्याल,
क्या होता होगा उस माँ के दिल का हाल जिसने हमारे लिए भुला दिया अपना हर एक ख्वाब।
(25)
हालातो के आगे जब साथ न जुबा होती है,
पहचान लेती है ख़ामोशी मे हर दर्द वो सिर्फ “माँ” होती है !!!
(26)
कोई दुआ असर नहीं करती,
जब तक वो हमपर नजर नहीं करती हम उसकी खबर रखे न रखे,
वो कभी हमें बेखबर नहीं करती।
(27)
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान,
आई मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई..।।
(28)
माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ थक गया हूँ,
मुझे अपने आँचल में सुलाओ उँगलियाँ फेर कर बालों में मेरे एक बार,
फिर से बचपन की लोरियाँ सुनाओ..।।।
(29)
माँ की अजमत से अच्छा जाम क्या होगा,
माँ की खिदमत से अच्छा काम क्या होगा,
खुदा ने रख दी हो जिस के कदमों में जन्नत,
सोचो उसके सर का मुकाम क्या होगा।

(30)
किसी ने रोजा रखा किसी ने उपवास रखा,
कुबूल उसका हुआ जिसने अपने माँ-बाप को अपने पास रखा….!!
Mother Emotional Shayari in Hindi
(31)
ये कहकर मंदिर से फल की पोटली चुरा ली माँ ने….
तुम्हे खिलाने वाले तो और बहुत आ जायगे गोपाल…
मगर मैने ये चोरी का पाप ना किया तो भूख से मर जायेगा मेरा लाल…!
(32)
आँख खोलू तो चेहरा मेरी माँ का हो आँख बंद हो तो सपना मेरी माँ का हो,
मैं मर भी जाऊं तो भी कोई गम नहीं लेकिन कफ़न मिले तो दुपट्टा मेरी माँ का हो!!
(33)
माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ,
थक गया हूँ मुझे अपने आँचल में सुलाओ, उँगलियाँ फेर कर बालों में मेरे,
एक बार फिर से बचपन की लोरियाँ सुनाओ
(34)
“माँ” की एक दुआ जिन्दगी बना देगी,
खुद रोएगी मगर तुम्हे हँसा देगी…
कभी भुल के भी ना “माँ” को रूलाना,
एक छोटी सी गलती पूरा अर्श हिला देगी…!!
(35)
कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है लेकिन “माँ” नहीं मिलती…
माँ-बाप ऐसे होते हैं दोस्तों जो ज़िन्दगी में फिर नहीं मिलते,
खुश रखा करो उनको फिर देखो जन्नत कहाँ नहीं मिलती.
(36)
जिँदगी की पहली Teacher माँ,
जिँदगी की पहली Friend माँ,
Jindagi भी माँ क्योँकि,
Zindagi देने वाली भी माँ.
(37)
माँ से रिश्ता कुछ ऐसा बनाया,
जिसको निगाहों में बिठाया जाए रहे,
उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसा की,
वो अगर उदास हो तो हमसे भी मुस्कुराया न जाये.
(38)
ये जो सख्त रस्तो पे भी आसान सफ़र लगता हे,
ये मुझ को माँ की दुआओ का असर लगता हे,
एक मुद्दत हुई मेरी मां नही सोई तबिश …
मेने एक बार कहा था के मुझे डर लगता हे..!!!
(39)
माँ ना होती तो वफ़ा कौन करेगा,
ममता का हक़ भी कौन अदा करेगा,
रब हर एक माँ को सलामत रखना,
वरना हमारे लिए दुआ कौन करेगा.
(40)
हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए,
हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए हजारों बून्द चाहिए समुद्र बनाने के लिए,
पर “माँ “अकेली ही काफी है,
बच्चो की जिन्दगी को स्वर्ग बनाने के लिए..!!
Meri Maa Par Shayari in Hindi
(41)
दास्तान मेरे लाड – प्यार की बस एक हस्ती के इर्द – गिर्द घुमती है,
प्यार जन्नत सा इसलिए लगता है क्योकि ये भी मेरी माँ के कदमो को चूमती है.

(42)
उसके रहते जीवन में कभी कोई गम नहीं होता,
दुनिया साथ दे या ना दे पर माँ का प्यार कभी कम नहीं होता.
(43)
हालातो के आगे जब साथ न जुबा होती पहचान लेती है,
खामोशी में हर दर्द वो सिर्फ माँ होती है..
(44)
नहीं समझ पाटा इस दिखावे से क्या मिल जाता है,
वो हाथ पर माँ खुदवाकर वृद्धाश्रम मिलने जाता है.
(45)
माँ पर शायरी Mother Love Shayari हजारो गम हो,
फिर भी में ख़ुशी से फुल जाता हूँ,
जब हस्ती है मेरी माँ,
मैं सारे गम भूल जाता हूँ
(46)
तुम क्या उसकी बराबरी करोगे वो तुफानो में भी रोटिया सेक देती है,
और वो माँ है जनाब डरती नहीं है मुस्किलो को तो चूल्हे में झोक देती है
(47)
घुटनों से रेंगते – रेंगते कब पैरो पर खड़ा हो गया,
माँ तेरी ममता की छाँव में न जाने कब बड़ा हो गया.
(48)
जमाने ने इतने सितम दिए की रूह पर भी जख्म लग गया,
माँ ने सर पर हाथ रख दिया तो मरहम लग गया.
Heart Touching Mother Shayari in Hindi
(49)
माँ के लिए शायरी घर में धन, दौलत, हीरे, जवाहरात सब आए,
लेकिन जब घर में माँ आई तब खुशियां आई.
(50)
मुसीबतों ने मुझे काले बादल की तरह घेर लिया,
जब कोई राह नजर नहीं आई तो माँ याद आई..
I Miss You Maa Shayari in Hindi
(51)
बिन कहे आँखों में सब पढ़ लेती है,
बिन कहे जो गलती माफ़ कर दे वो माँ है।
(52)
हर गली, हर शहर, हर देश-विदेश देखा,
लेकिन मां तेरे जैसा प्यार कहीं नहीं देखा।
(53)
माँ तेरे दूध का हक मुझसे अदा क्या होगा,
तू है नाराज ती खुश मुझसे खुदा क्या होगा!
(54)
याद जब भी आ जाती है,
आँखों से आँसू छलक ही जाते है,
वो खुशनसीब होते है,
हर पल जिनकी माँ साथ होती है.
(55)
दुआ है रब से वो शाम कभी ना आए,
जब माँ दूर मुझसे हो जाए।
(56)
माँ को याद कर लेता हूँ,
जब भी खुद को अकेला पाता हूँ,
सामने से ना सही,
यादों में ही माँ का प्यार पा लेता हूँ.
(57)
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आयी,
मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आयी।
(58)
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है,
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है।
(59)
भूल जाता हूँ परेशानियां ज़िंदगी की सारी,
माँ अपनी गोद में जब मेरा सर रख लेती है।
(60)
आँखों में आंसू और होठों पे मुस्कान रखते है,
जब माँ की याद आए, दुनिया से छुप कर रो लेते है.
Mother Shayari in Hindi
(61)
तेरे ही आँचल में निकला बचपन,
तुझ से ही तो जुड़ी हर धड़कन,
कहने को तो माँ सब कहते पर,
मेरे लिए तो है तू भगवान..
(62)
“एक मुद्दत हो गई मेरी माँ नहीं सोई ,
एक बार मैंने कहा था की डर लगता है मुझे।”
(63)
प्यार को निराकार से साकार होने का मन हुआ,
तो इस धरती पर माँ का सृजन हुआ।”
(64)
माँ कर देती है पर गिनाती नहीं है,
वो सह लेती है पर सुनाती नहीं है।
(65)
न तेरे हिस्से आयी न मेरे हिस्से आयी,
माँ जिसके जीवन में आयी उसने जन्नत पायी।
(66)
तन्हाई क्या होती उस माँ से पूछो,
जिसका बेटा घर लोट कर नही आया।
(67)
बिना हुनर के भी वो चार ओलाद पाल लेती है,
कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।
(68)
उसकी डांट में भी प्यार नजर आता है,
माँ की याद में दुआ नजर आती है।
(69)
खाली पड़ा था मकान मेरा,
जब माँ घर आयी तो घर बना।
(70)
बर्तन माज कर माँ चार बेटो को पाल लेती है,
लेकिन चार बेटो से माँ को दो वक्त की रोटी नही दी जाती।
(71)
बिन कहे आँखों में सब पढ़ लेती है,
बिन कहे जो गलती माफ़ कर दे वो माँ है।
(72)
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें है कितने,
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।

(74)
मां की दुआ को क्या नाम दूं,
उसका हाथ हो सर पर तो मुकद्दर जाग उठता है।
(75)
मां कहती नहीं लेकिन सब कुछ समझती है,
दिल की और जुबां की दोनों भाषा समझती है।
(76)
जब नींद नहीं आती,
तब मां की लोरी याद आती है।
(77)
मां तो वो है जो अगर खुश होकर सर पर हाथ रख दे,
तो दुश्मन तो क्या काल भी घबरा जाए।
(78)
पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,
बस इक औलाद के सितम से माँ टूट जाती है।
(79)
जो शिक्षा का ज्ञान दे उसे शिक्षक कहते है,
और जो खुशियों का वरदान दे उसे मां कहते है।
(80)
जो सब पर कृपा करे उसे ईश्वर कहते है,
जो ईश्वर को भी जन्म दें उसे मां कहते है।
Latest Mother Day Par Shayari
(81)
हर झुला झूल के देखा पर,
माँ के हाथ जैसा जादू कही नही देखा।

(82)
माँ खुद भूखी होती है,
मुझे खिलाती है, खुद दुःखी होती है,
मुझे चेन की नींद सुलाती है।
(83)
कभी चाउमीन, कभी मैगी,
कभी पीजा खाया लेकिन,
जब मां के हाथ की रोटी खायी,
तब ही पेट भर पाया।
(84)
पैसो से सब कुछ मिलता है पर,
माँ जैसा प्यार कही नही मिलता।
(85)
हर गली, हर शहर, हर देश-विदेश देखा,
लेकिन मां तेरे जैसा प्यार कहीं नहीं देखा।
(86)
काम से घर लौट कर आया तो सपने को क्या लाए,
बस एक मां ने पूछा बेटा कुछ खाया कि नहीं।
(87)
हर मंदिर, हर मस्जिद और हर चौखट पर माथा टेका,
दुआ तो तब कबूल हुई जब मां के पैरों में माथा टेका।
(88)
कहीं भी चला जाऊं दिल बेचैन रहता है,
जब घर जाता हूं तो माँ के आंचल में ही सुकून मिलता है।
(89)
जब दवा काम नहीं आती है,
तब माँ की दुआ काम आती है।
(90)
राहे मुश्किल थी रोकने की कोशिश बहुत की,
लेकिन रोक न पाए क्योंकि मैं घर से मां के पैर छू निकला था।
(91)
तकिए बदले हमने बेशुमार लेकिन तकिए हमें सुलाते नहीं,
बेखबर थे हम कि तकिए में मां की गोद को तलाशते नहीं।

(92)
मां तेरे एहसास की खुशबू हमेशा ताजा रहती है,
तेरी रहमत की बारिश से मुरादें भीग जाती है।
(93)
जब जब कागज पर लिखा मैंने मां का नाम,
कलम अदब से बोल उठी हो गए चारों धाम।
(94)
हालात बुरे थे मगर अमीर बना कर रखती थी,
हम गरीब थे यह बस हमारी मां जानती थी।
(95)
सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है,
यह मेरी मां की दुआओं का असर लगता है।
(96)
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी…
जब मैंने मुस्कराती हुई माँ देखी..
(97)
हम खुशियों में मां को भले ही भूल जाए,
जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है मां।
(98)
रूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिए,
चोट लगती है हमें और दर्द मां को होता है।
(99)
जमाने ने इतने सितम दिए की रूह पर भी जख्म लग गया,
मां ने सर पर हाथ रख दिया तो मरहम लग गया।
(100)
मुसीबतों ने मुझे काले बादल की तरह घेर लिया,
जब कोई राह नजर नहीं आई तो मां याद आई।
Maa Par Shayari in Hindi
(101)
हर घड़ी दौलत कमाने में इस तरह मशरूफ रहा मैं,
पास बैठी अनमोल मां को भूल गया मैं।
(102)
मां तुम्हारे पास आता हूं तो सांसें भीग जाती है,
मोहब्बत इतनी मिलती है की आंखें भीग जाती है।

(103)
घर में धन, दौलत, हीरे, जवाहरात सब आए,
लेकिन जब घर में मां आई तब खुशियां आई।
(104)
माँ की बूढी आंखों को अब कुछ दिखाई नहीं देता,
लेकिन वर्षों बाद भी आंखों में लिखा हर एक अरमान पढ़ लिया।
(105)
जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,
में खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ।
(106)
मुझे माफ़ कर मेरे या खुदा झुक कर करू तेरा सजदा,
तुझसे भी पहले माँ मेरे लिए ना कर कभी मुझे माँ से जुदा!
(107)
चलती फिरती आंखों से अजां देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी लेकिन मां देखी है।
(108)
घिस –घिस कर घाव भरने वाली नीम की छाल है माँ,
टूट जाती फिर भी फिर भी फल पकती वो डाल है माँ
(109)
पागल सी हो जाती थी वो मेरे दीदार की चाह में,
कांटे पत्थर समेट बिछा देती फुल मेरी रह में,
हँसता हुआ जब पहुंचता हूँ घर के द्वार पे,
दौड़ कर भर लेती है माँ मुझे बांह में.
(110)
कहाँ-कहाँ नहीं भटका में,
सुख की चाह में आखिर चैन मिला मुझे माँ की पनहा मे..

(111)
जिस माँ ने तुम्हरी हर जरुरत पूरी की,
हर जरुरत पूरी की नहीं हमे जरुरत कह के क्यों दुरी की,
(112)
ना आसमां होता ना जमीं होती,
अगर मां तुम ना होती।
Sad Maa Shayari
(113)
दुआएँ माँ की पहुँचाने को मीलों मील जाती हैं,
कि जब परदेस जाने के लिए बेटा निकलता है।
(114)
ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ,
माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ।
(115)
ख़ुद को इस भीड़ में तन्हा नहीं होने देंगे,
माँ ! तुझे हम अभी बूढ़ा नहीं होने देंगे।
(116)
माँ पहले आँसू आते थे तो तुम याद आती थी,
आज तुम याद आती हो और आँसू निकल आते है।
(117)
तेरे क़दमों में ये सारा जहान होगा एक दिन,
माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।
(118)
कुछ इस तरह वो मेरे गुनाहों को धो देती है,
माँ बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।
(119)
ऐ अँधेरे देख मुँह तेरा काला हो गया,
माँ ने आँखें खोल दी घर में उजाला हो गया।

(120)
वो लिखा के लाई है किस्मत में जागना,
माँ कैसे सो सकेगी कि बेटा सफ़र में है।
Shayari on Maa ki Dua
(121)
घुटनों से रेंगते-रेंगते जब पैरों पर खड़ा हुआ,
माँ तेरी ममता की छाँव में जाने कब बड़ा हुआ।
(122)
काला टीका दूध मलाई आज भी सब कुछ वैसा है,
मैं ही मैं हूँ हर जगह प्यार ये तेरा कैसा है?
(123)
यूँ तो मैंने बुलन्दियों के हर निशान को छुआ,
जब माँ ने गोद में उठाया तो आसमान को छुआ।
(124)
सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से सच्चा हूँ,
कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ।
(125)
माँग लूँ यह दुआ कि फिर यही जहाँ मिले,
फिर वही गोद मिले फिर वही माँ मिले।
(126)
भूख तो एक रोटी से भी मिट जाती माँ,
अगर थाली की वो रोटी तेरे हाथ की होती।
(127)
सूना-सूना सा मुझे ये घर लगता है,
माँ जब नहीं होती तो बहुत डर लगता है।
(128)
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाये,
माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये।
(129)
बद्दुआ संतान को इक माँ कभी देती नहीं,
धूप से छाले मिले जो छाँव बैठी है सहेज।
(130)
जरा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए,
कि मेरी माँ दीये से मेरे लिए काजल बनाती है।

(131)
ज़ख्म जब बच्चे को लगता है तो माँ रोती है,
ऐसी निस्बत किसी और रिश्ते में कहाँ होती है।
(132)
स्कूल का वो बस्ता मुझे फिर से थमा दे माँ,
जिंदगी का सफ़र मुझे बड़ा मुश्किल लगता है।
(133)
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,
सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने दिया।
(134)
जब-जब कागज पर लिखा मैंने माँ का नाम,
कलम अदब से बोल उठी हो गये चारों धाम।
(135)
उसके होंठों पे कभी बद्दुआ नहीं होती,
बस इक माँ है जो कभी खफा नहीं होती।
(136)
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
माँ दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है।
(137)
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है ज़िंदगी मिल गयी मुझको,
माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो जाता है।
(138)
तेरे दामन में सितारे हैं तो होंगे ऐ फलक,
मुझको मेरी माँ की मैली ओढ़नी अच्छी लगी।
(139)
ये कैसा कर्ज़ है जिसे मैं अदा कर ही नहीं सकता,
मैं जब तक घर न आ जाऊं माँ सजदे में रहती है।
(140)
ख़ुदा ने ये सिफ़त दुनिया की हर औरत को बख्शी है,
कि वो पागल भी हो जाए तो बेटे याद रहते है।
(141)
सब ने कहा अच्छे से जाना लेकिन मेरी माँ
ने कहा बेटा जल्दी घर बापस आना।

(142)
दर – ब -दर तलाश कर खुद को में बापस घर को
आ गयी दिखी ना जब मुझे पूरी दुनिया में जन्नत तब
माँ से मिलकर वो भी नज़र आ गयी।
Maa Shayari 2 Lines
(143)
मेरे रोने से जिसे ज्यादा तकलीफ होती है
वो कोई और नहीं है मेरी माँ है।
(144)
बिना देखे तेरी तस्बीर बना दूंगा पैसे नहीं है
मेरे पास लेकिन बिना चारदीवार के तेरा मंदिर
बना दूंगा अगर माँ तू मुझे छोड़ कर गई ना तो
में भगवन से मेरी मौत का वरदान मांग लूंगा।
(145)
जज्बात माँ के संग माँ जिक्र तुम्हारा मेरे
ख्यालों में मेरी ही अधूरी परछाई बनकर
आता है बिना तुम्हारे मेरी शख्सियत को
ज़िन्दगी का नज़राना भी नहीं देख पता है।
(146)
माँ मेरी खातिर तेरा रोटी पकाना याद आता है,
अपने हाथों को चूल्हे में जलाना याद आता है।
(147)
जिंदगी में मेरी खुशियो का आना बाकी है
मेरी सलामती के लिए
मेरी मां की दुआ काफी है..
(148)
मां के बारे में कुछ लिखूं
इतनी मेरी हैसियत नही
मां की ममता किसी जन्नत से कम नही..
(149)
मेरे माथे को चुम कर
जब मेरी मां मुझे प्यार करती है
तब सारी मुश्किले होने पर भी
अपनी ममता का फर्ज अदा करती है..
(150)
बिन मां के जीवन कैसे बीते
यह सोचकर जी घबराता है
जिसकी मां नही होती उनका
जीवन कैसे गुजर जाता है..

(151)
भगवान हर जगह नही हो सकते
इसलिए उसने माँ बनायी
(152)
तेरे क़दमो मे ये सारा जहां होगा एक दिन
माँ के होठो पे तबस्सुम को सजाने वाले !
(153)
इस जीवन में सबसे
बड़ा मां का ही प्यार है
वही मंदिर वही पूजा
और वही सारा संसार है..
(154)
जनाब जिंदगी की किताब में,
सबसे हसीन पल मां का प्यार है..
(155)
तेरे दामन मे सितारे है तो होगे ऐ फलक
मुझको मेरी माँ की मैली ओढ़नी अच्छी लगी..
(156)
माँ की दुआ कभी खाली नहीं जाती,
माँ की बात कभी टाली नहीं जाती,
अपने सब बच्चे पाल लेती है बर्तन धोकर,
और बच्चों से एक माँ पाली नहीं जाती..
(157)
दूसरों की गोदी में जाता हूँ रो अन्जान हो जाता हूँ,
माँ नहीं होती है तब अपने ही घर में मेहमान हो जाता हूँ।
FAQ
Q : Mother’s Day कब है?
Ans : Sun, 12 May, 2024
Q : मदर्स डे क्यों मनाया जाता है?
Ans : मेरिकन महिला एना जॉर्विस अपनी मां से बहुत ज्यादा प्यार करती थी उनकी मां की मृत्यु के बाद उनको सम्मान देने के उद्देश्य से मदर्स डे की शुरुआत की थी।
उम्मीद करता हूँ की माँ पर शायरी (Maa Shayari in Hindi) आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा अगर ये पोस्ट आपको अच्छा लगा तो अपने दोस्तों के साथ आगे सोशल मीडया पर शेयर करे।
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vaise to maa ki taarif shabdo me ho hi nahi sakti magar phir bhi uper jitni bhi shayari likhi hai bohot sunder hain.
thanks jee